Tellurian वो कम्पनी है जो अमेरिका में मोदी जी के इवेंट की स्पॉन्सर थी। ये कम्पनी अमेरिका में LNG गैस के क्षेत्र में कारोबार करती है। इसकी लम्बे समय से भारत में LNG क्षेत्र में कारोबार करने वाली पेट्रोनेट से गैस खरीद और उत्पादन में करार के लिए बातचीत चल रही थी। लेकिन भारत में LNG की कम मांग और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ते कम्पीटिशन के कारण पेट्रोनेट इसमें ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रही थी। साथ ही कुछ शर्तों पर भी सहमति नहीं हो पा रही थी।
लेकिन मोदी जी के इवेंट के स्पॉन्सर करने के बाद दोनों कम्पनियों ने करार पर दस्तखत कर दिए जिसके अनुसार पेट्रोनेट अमेरिका में 2. 5 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी। अभी अमेरिकी चुनाव में राष्ट्रपति ट्रम्प को वहां निवेश की बहुत जरूरत है ताकि अमेरिकी युवाओं को रोजगार मिल सके। इस समझौते पर दस्तखत होते ही भारतीय शेयर बाजार में पेट्रोनेट का शेयर 7 % गिरा। क्योंकि बाजार इसे घाटे का सौदा मान रहा है। ऐसे समय में जब भारत को खुद अपने यहां निवेश की सख्त जरूरत है तो ऐसे समय में उल्टा निवेश देकर आने की बात किसी को गले नहीं उतर रही।
मोदी जी के इवेंट को एक विदेशी कम्पनी स्पॉन्सर करती है, फिर उसी कम्पनी से व्यापारिक करार होता है और भक्त इसे सेलिब्रेट कर रहे हैं।
लेकिन मोदी जी के इवेंट के स्पॉन्सर करने के बाद दोनों कम्पनियों ने करार पर दस्तखत कर दिए जिसके अनुसार पेट्रोनेट अमेरिका में 2. 5 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी। अभी अमेरिकी चुनाव में राष्ट्रपति ट्रम्प को वहां निवेश की बहुत जरूरत है ताकि अमेरिकी युवाओं को रोजगार मिल सके। इस समझौते पर दस्तखत होते ही भारतीय शेयर बाजार में पेट्रोनेट का शेयर 7 % गिरा। क्योंकि बाजार इसे घाटे का सौदा मान रहा है। ऐसे समय में जब भारत को खुद अपने यहां निवेश की सख्त जरूरत है तो ऐसे समय में उल्टा निवेश देकर आने की बात किसी को गले नहीं उतर रही।
मोदी जी के इवेंट को एक विदेशी कम्पनी स्पॉन्सर करती है, फिर उसी कम्पनी से व्यापारिक करार होता है और भक्त इसे सेलिब्रेट कर रहे हैं।