दिल्ली से प्रदूषण की बहुत ही बुरी बुरी खबरें आ रही हैं। हमारे बड़े भाई साब का परिवार दिल्ली में ही रहता है। सोचा एक फोन कर लूँ वरना कहेंगे की इतनी बड़ी बात थी तो भी एक फोन तक नही किया। पिछली बार जब भूकम्प आया था तब हमारे साथ ऐसा ही हुआ था। हमने टीवी में खबर तो सुनी थी लेकिन टीवी वाले कह रहे थे की जान मॉल का कोई नुकशान नही हुआ तो हमने फोन करने की जरूरत नही समझी। भाभी जी ने उसी का उलाहना दे दिया था। सो सोचा आज तो कर ही लूँ।
* हैलो, हैलो। कौन भाभीजी ? नमस्कार।
# नमस्कार।
* वो टीवी में प्रदूषण की खबरें आ रही थी तो हमे चिंता हुई , इसलिए फोन किया था।
# प्रदूषण की तो पूछो मत, बहुत बुरा हाल है।
* तो सरकार इसपे कुछ करती क्यों नही ?
# सरकार को क्या जरूरत है ? उसको तो वोट लेनी थी, सो ले ली।
* अच्छा भाभीजी, बबलू क्या कर रहा है ?
# क्या करेगा ? दिवाली पर आधी रात तक पटाखे चलाता रहा और दो दिन से सरकार ने स्कुल बन्द कर रखे हैं , इसलिए सो रहा है।
* ये भला स्कूल बन्द करने की क्या बात हुई ? सरकार कुछ और क्यों नही करती ? बच्चों की पढ़ाई खराब करने का क्या मतलब हुआ ?
# ये क्यों कुछ करने लगे। दिवाली से पहले दिन स्कूल में आकर कह रहे थे की इस बार पटाखे मत चलाना। बोलो दिवाली पर पटाखे नही चलाएंगे तो कब चलाएंगे। सरकार को कुछ और करना चाहिए।
* सही बात है। मैं तो आज सुबह सुबह अँधेरे में ही जाकर खेत में पराली जलाकर आ गया। वरना दिन में तो कोई न कोई जुर्माना करने आ जाता।
# इनको तो अपनी जेब भरनी हैं। पराली तो जलानी ही पड़ेगी। प्रदूषण के लिए सरकार कुछ और क्यों नही करती ?
* अच्छा भाभीजी, भाई साब कहाँ हैं ?
# कहाँ होंगे ? दो दिन पहले ही थर्ड फ्लोर की कन्स्ट्रुक्शन शुरू की थी, आज सरकार ने बैन कर दी। कुछ सामान मंगवाया था उसको मना करने गए हैं। इस तरह लोगों को परेशान करके क्या होगा ? सरकार कुछ और क्यों नही करती ?
* हाँ, सुना है की 15 साल पुराने ट्रक बन्द कर रही है ? अपना ट्रक भी तो 15 साल पुराना है।
# हाँ, तुम्हारे भाई कह रहे थे की पहले ही गांव में भेज देते हैं। वरना इनका क्या भरोसा कब बन्द कर दें। लोगों को परेशान करना है। मैं तो कहती हूँ की सरकार प्रदूषण के लिए कुछ और क्यों नही करती ?
* सुना है दुबारा से ऑड इवन शुरू करने वाले हैं।
# बस लोगों को परेशान करना है। खुद तो कुछ करना नही है।
* सही बात है। सरकार को तो कुछ करना नही है केवल लोगों को परेशान करना है। प्रदूषण कम करना इस सरकार के बस की बात ही नही है।
* हैलो, हैलो। कौन भाभीजी ? नमस्कार।
# नमस्कार।
* वो टीवी में प्रदूषण की खबरें आ रही थी तो हमे चिंता हुई , इसलिए फोन किया था।
# प्रदूषण की तो पूछो मत, बहुत बुरा हाल है।
* तो सरकार इसपे कुछ करती क्यों नही ?
# सरकार को क्या जरूरत है ? उसको तो वोट लेनी थी, सो ले ली।
* अच्छा भाभीजी, बबलू क्या कर रहा है ?
# क्या करेगा ? दिवाली पर आधी रात तक पटाखे चलाता रहा और दो दिन से सरकार ने स्कुल बन्द कर रखे हैं , इसलिए सो रहा है।
* ये भला स्कूल बन्द करने की क्या बात हुई ? सरकार कुछ और क्यों नही करती ? बच्चों की पढ़ाई खराब करने का क्या मतलब हुआ ?
# ये क्यों कुछ करने लगे। दिवाली से पहले दिन स्कूल में आकर कह रहे थे की इस बार पटाखे मत चलाना। बोलो दिवाली पर पटाखे नही चलाएंगे तो कब चलाएंगे। सरकार को कुछ और करना चाहिए।
* सही बात है। मैं तो आज सुबह सुबह अँधेरे में ही जाकर खेत में पराली जलाकर आ गया। वरना दिन में तो कोई न कोई जुर्माना करने आ जाता।
# इनको तो अपनी जेब भरनी हैं। पराली तो जलानी ही पड़ेगी। प्रदूषण के लिए सरकार कुछ और क्यों नही करती ?
* अच्छा भाभीजी, भाई साब कहाँ हैं ?
# कहाँ होंगे ? दो दिन पहले ही थर्ड फ्लोर की कन्स्ट्रुक्शन शुरू की थी, आज सरकार ने बैन कर दी। कुछ सामान मंगवाया था उसको मना करने गए हैं। इस तरह लोगों को परेशान करके क्या होगा ? सरकार कुछ और क्यों नही करती ?
* हाँ, सुना है की 15 साल पुराने ट्रक बन्द कर रही है ? अपना ट्रक भी तो 15 साल पुराना है।
# हाँ, तुम्हारे भाई कह रहे थे की पहले ही गांव में भेज देते हैं। वरना इनका क्या भरोसा कब बन्द कर दें। लोगों को परेशान करना है। मैं तो कहती हूँ की सरकार प्रदूषण के लिए कुछ और क्यों नही करती ?
* सुना है दुबारा से ऑड इवन शुरू करने वाले हैं।
# बस लोगों को परेशान करना है। खुद तो कुछ करना नही है।
* सही बात है। सरकार को तो कुछ करना नही है केवल लोगों को परेशान करना है। प्रदूषण कम करना इस सरकार के बस की बात ही नही है।
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