आज संसद में नेशनल हेराल्ड के मामले में कांग्रेस और बाकि विपक्षी पार्टियों के हंगामे के बाद हमारे कॉर्पोरेट क्षेत्र को बुखार हो आया। सेंसक्स 220 पॉइंट लुढ़क गया और सारे टीवी चैनलों पर इस पर लगातार बहस के कार्यक्रम दिखाए जाने लगे। इन कार्यक्रमों को देखने से पता चलता है की हमारे देश में केवल एक ही समस्या है और वो है GST बिल का पास ना होना। सभी टीवी चैनलों पर बहस करवाने वाले एंकरों को दूसरे किसी बिल का नाम भी याद नही था। उन्हें ये भी याद नही था की संसदीय कार्य मंत्रणा समिति के अनुसार आज किस बिल पर बहस होनी थी। सारे एंकर, और खासकर बिजनेस चैनलों के एंकर तो GST का स्यापा कर रहे थे। और इस प्रक्रिया में कांग्रेस के प्रवक्ताओं पर बरस रहे थे।
ये बार बार साबित हो चूका है की कॉर्पोरेट क्षेत्र और उसके टीवी चैनलों की केवल एक ही चिंता है की किसी भी तरह उनके हित सधने चाहियें बाकि देश चाहे भाड़ में जाये। मैं मुकेश अम्बानी के चैनल CNBC आवाज से ये उम्मीद तो नही करता की वो रिलांयस द्वारा ONGC की गैस चुराकर बेचने पर कार्यक्रम करेंगे, लेकिन इतनी उम्मीद तो कर ही सकता हूँ की वो संसद के सामने पेश दूसरे एकाध बिल का नाम भी ले ले। लेकिन इस बेशर्म मीडिया से तो इतनी उम्मीद भी बेमानी ही है।
ये बार बार साबित हो चूका है की कॉर्पोरेट क्षेत्र और उसके टीवी चैनलों की केवल एक ही चिंता है की किसी भी तरह उनके हित सधने चाहियें बाकि देश चाहे भाड़ में जाये। मैं मुकेश अम्बानी के चैनल CNBC आवाज से ये उम्मीद तो नही करता की वो रिलांयस द्वारा ONGC की गैस चुराकर बेचने पर कार्यक्रम करेंगे, लेकिन इतनी उम्मीद तो कर ही सकता हूँ की वो संसद के सामने पेश दूसरे एकाध बिल का नाम भी ले ले। लेकिन इस बेशर्म मीडिया से तो इतनी उम्मीद भी बेमानी ही है।
No comments:
Post a Comment
Note: Only a member of this blog may post a comment.