Friday, June 12, 2015

राजनीती का न्याय और न्याय की राजनीती

खबरी -- पिछले कई दिनों से अख़बारों और सोशल मीडिया पर लगातार यह बात आ रही है की क्या हमारे देश में बड़े लोगों और आम आदमी के लिए अलग अलग न्याय व्यवस्था है ?


गप्पी -- कई घटनाओं से लोगों के मन में इस तरह की बातें उठ रही हैं। जहां तक हमारे नेताओं का सवाल है तो उनका रवैया कुछ इस तरह है। मैंने एक बीजेपी के समर्थक से पूछा की भाई दिल्ली के मंत्री नरेंदर तोमर के बारे में आपका क्या ख्याल है ?


तोमर जैसे लोगों को तो जेल में होना चाहिए। और तोमर ही क्यों , केजरीवाल को भी इस्तीफा देना चाहिए और दिल्ली की जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए। आखिर लोकतंत्र में लोगों की राय ही सबसे ऊपर होती है।  उसने एकदम उत्साह से जवाब दिया। 

 

लेकिन लोग स्मृति ईरानी के मामले पर भी सवाल कर रहे है।  मैंने बात आगे बढ़ाई। 

 

लोगों का क्या है भौंकते रहते है, पता तो कुछ होता नही।  उसने जवाब देकर मुंह फेर लिया।

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