हमें ये बात बार बार दोहरानी पड़ती है क्योंकि अभी तक गरीब इस बात पर भरोसा ही नही करते। परन्तु हम जो कहते हैं वो करते हैं ये हमारा रिकार्ड रहा है। इसलिए जब हमने कह दिया की हमारी सरकार गरीबों की सरकार है तो गरीबों को हम पर भरोसा करना चाहिए। हम उन्हें ताकत देना चाहते हैं। कुछ लोगों को ये हजम नही हो रहा की कैसे एक चायवाला प्रधानमंत्री बन गया। लेकिन हम हर कीमत पर गरीबों को ताकत देकर रहेंगे। ऐसा मैंने अपनी लगभग हर रैली में कहा है। आज मैं अपना प्लान लोगों के सामने रखूंगा ताकि उन्हें हमारी ईमानदारी और वायदों पर भरोसा हो सके। गरीबों को ताकत देने का हमारा प्लान इस प्रकार है।
ताकत का मतलब है संख्या --------
हम ये मान कर चलते हैं की किसी भी तबके की ताकत उसकी संख्या पर निर्भर करती है। हमारा दल आरएसएस का हिस्सा है इसलिए हम हिन्दुओं के हितों का खास ख्याल रखते हैं। कुछ लोग तो यहां तक भी कहते हैं की हम केवल हिन्दुओं के हितों का ही ख्याल रखते हैं। कुछ लोग ये भी कहते हैं की हम केवल हिन्दू हित की बात करते हैं और असलियत में हम केवल कुछ उच्च जाती के हिन्दुओं का ही ख्याल रखते हैं। पर ये सच नही है। इस देश में लाखों हिन्दू किसानो ने आत्महत्या कर ली पर हमने कुछ नही किया, लाखों हिन्दू नौजवान रोजगार के लिए धक्के खा रहे हैं लेकिन हमने कुछ नही किया और हजारों हिन्दू भुखमरी से मर रहे हैं पर हमारे कानो पर जूं भी नही रेंगी। ये सब आरोप हैं। हमने इस पर जो जो किया वो मैं आपके सामने रखता हूँ। जैसे ही हिन्दुओं की संख्या 80 % से 1 % नीचे आई हमने कितनी हाय तौबा मचाई आपने देखा ही होगा। हमने हिन्दुओं की जनसंख्या बढ़ाने के लिए हेल्पलाइन तक शुरू करने की बात कही । हम मानते हैं की भले ही हिन्दू कितनी ही बुरी हालत में रहें लेकिन उनकी संख्या नही घटनी चाहिए। यही समझ हमारी गरीबों के प्रति है। हमारा हर कदम गरीबों की संख्या बढ़ाने पर लगा हुआ है। हमारी सरकार आने के बाद बेरोजगारी का प्रतिशत 9 से बढ़कर 17 हो गया इस पर किसी ने ध्यान दिया। इससे गरीबों की संख्या में कितनी बढ़ौतरी हुई होगी और गरीबों की ताकत में कितनी बढ़ौतरी हुई होगी ये देखा किसी ने। हमने गरीबों की संख्या में कमी करने वाले पहले से चले आ रहे मनरेगा जैसे कार्यक्रमों का क्या हाल कर दिया ये देखा किसी ने। हम गरीबों को ताकत दे रहे हैं बिलकुल हिन्दुओं की तर्ज पर, और ये हमारे विरोधियों से बर्दाश्त नही होता।
हम गरीबों को ताकत देने के लिए जो प्रयास करते हैं उसका ढिंढोरा नही पीटते। हमारे हर कार्यक्रम को अगर आप ध्यान से देखोगे तो हर कार्यक्रम में गरीबों को ताकत देने और उनकी संख्या बढ़ाने पर हमारा जोर रहा है। हम जब उद्योगपतियों की मीटिंग बुलाते हैं तो उनको भी इसके लिए प्रेरित करते हैं की वो गरीबों की संख्या बढ़ाने और उन्हें ताकत देने के काम में सरकार का सहयोग करें। हालाँकि हम ये भी जानते हैं की उद्योग जगत इस पर पहले से ही बहुत योगदान कर रहा है।
हमने प्याज जैसी चीज 90 रूपये किलो बिकवा दी कोई अनुमान कर सकता था ? जब हम दाल 150 रूपये किलो बिकवाते हैं तो उसके पीछे भी हमारा उद्देश्य गरीबों को ताकत देने का ही होता है। और हम ये ताकत देते रहेंगे। हमारी सरकार अपने मिशन से पीछे नही हटेगी। जो लोग इसमें अड़ंगा डाल रहे हैं उन्हें हम कामयाब नही होने देंगे। हम इस देश के सभी हिन्दुओं और सभी गरीबों को ताकत दे कर रहेंगे। बल्कि सही तरीके से कहा जाये तो हम हिन्दुओं और गरीबों के बीच का फासला ही मिटा देंगे। हमारी सलाह के अनुसार अगर हिन्दू अपनी आबादी बढ़ाने जैसे काम करते रहेंगे तो ये फासला बहुत जल्दी मिट जायेगा।
अभी हमने देश के पूर्वी हिस्से पर फोकस किया है। मैंने कहा है की जब तक पूर्वी भारत का विकास नही होगा बाकि देश का विकास नही हो सकता। ऐसा इसलिए कहा है क्योंकि पूर्वी हिस्से में गरीबों की तादाद पहले ही ज्यादा है और उसके कारण भी हमारे से पहले ही मौजूद हैं। वहां गरीबों की संख्या और ताकत को बढ़ाना बाकि देश की अपेक्षा ज्यादा आसान है। इसलिए गरीबों को ताकत देने का हमारा मिशन बिहार अब पुरे जोर शोर से शुरू होने वाला है। हमारी हर हिन्दू और हर गरीब से ये विनती है की वो विरोधियों की बात पर ध्यान ना दें। ये सरकार आपको ताकत दे कर रहेगी।
ताकत का मतलब है संख्या --------
हम ये मान कर चलते हैं की किसी भी तबके की ताकत उसकी संख्या पर निर्भर करती है। हमारा दल आरएसएस का हिस्सा है इसलिए हम हिन्दुओं के हितों का खास ख्याल रखते हैं। कुछ लोग तो यहां तक भी कहते हैं की हम केवल हिन्दुओं के हितों का ही ख्याल रखते हैं। कुछ लोग ये भी कहते हैं की हम केवल हिन्दू हित की बात करते हैं और असलियत में हम केवल कुछ उच्च जाती के हिन्दुओं का ही ख्याल रखते हैं। पर ये सच नही है। इस देश में लाखों हिन्दू किसानो ने आत्महत्या कर ली पर हमने कुछ नही किया, लाखों हिन्दू नौजवान रोजगार के लिए धक्के खा रहे हैं लेकिन हमने कुछ नही किया और हजारों हिन्दू भुखमरी से मर रहे हैं पर हमारे कानो पर जूं भी नही रेंगी। ये सब आरोप हैं। हमने इस पर जो जो किया वो मैं आपके सामने रखता हूँ। जैसे ही हिन्दुओं की संख्या 80 % से 1 % नीचे आई हमने कितनी हाय तौबा मचाई आपने देखा ही होगा। हमने हिन्दुओं की जनसंख्या बढ़ाने के लिए हेल्पलाइन तक शुरू करने की बात कही । हम मानते हैं की भले ही हिन्दू कितनी ही बुरी हालत में रहें लेकिन उनकी संख्या नही घटनी चाहिए। यही समझ हमारी गरीबों के प्रति है। हमारा हर कदम गरीबों की संख्या बढ़ाने पर लगा हुआ है। हमारी सरकार आने के बाद बेरोजगारी का प्रतिशत 9 से बढ़कर 17 हो गया इस पर किसी ने ध्यान दिया। इससे गरीबों की संख्या में कितनी बढ़ौतरी हुई होगी और गरीबों की ताकत में कितनी बढ़ौतरी हुई होगी ये देखा किसी ने। हमने गरीबों की संख्या में कमी करने वाले पहले से चले आ रहे मनरेगा जैसे कार्यक्रमों का क्या हाल कर दिया ये देखा किसी ने। हम गरीबों को ताकत दे रहे हैं बिलकुल हिन्दुओं की तर्ज पर, और ये हमारे विरोधियों से बर्दाश्त नही होता।
हम गरीबों को ताकत देने के लिए जो प्रयास करते हैं उसका ढिंढोरा नही पीटते। हमारे हर कार्यक्रम को अगर आप ध्यान से देखोगे तो हर कार्यक्रम में गरीबों को ताकत देने और उनकी संख्या बढ़ाने पर हमारा जोर रहा है। हम जब उद्योगपतियों की मीटिंग बुलाते हैं तो उनको भी इसके लिए प्रेरित करते हैं की वो गरीबों की संख्या बढ़ाने और उन्हें ताकत देने के काम में सरकार का सहयोग करें। हालाँकि हम ये भी जानते हैं की उद्योग जगत इस पर पहले से ही बहुत योगदान कर रहा है।
हमने प्याज जैसी चीज 90 रूपये किलो बिकवा दी कोई अनुमान कर सकता था ? जब हम दाल 150 रूपये किलो बिकवाते हैं तो उसके पीछे भी हमारा उद्देश्य गरीबों को ताकत देने का ही होता है। और हम ये ताकत देते रहेंगे। हमारी सरकार अपने मिशन से पीछे नही हटेगी। जो लोग इसमें अड़ंगा डाल रहे हैं उन्हें हम कामयाब नही होने देंगे। हम इस देश के सभी हिन्दुओं और सभी गरीबों को ताकत दे कर रहेंगे। बल्कि सही तरीके से कहा जाये तो हम हिन्दुओं और गरीबों के बीच का फासला ही मिटा देंगे। हमारी सलाह के अनुसार अगर हिन्दू अपनी आबादी बढ़ाने जैसे काम करते रहेंगे तो ये फासला बहुत जल्दी मिट जायेगा।
अभी हमने देश के पूर्वी हिस्से पर फोकस किया है। मैंने कहा है की जब तक पूर्वी भारत का विकास नही होगा बाकि देश का विकास नही हो सकता। ऐसा इसलिए कहा है क्योंकि पूर्वी हिस्से में गरीबों की तादाद पहले ही ज्यादा है और उसके कारण भी हमारे से पहले ही मौजूद हैं। वहां गरीबों की संख्या और ताकत को बढ़ाना बाकि देश की अपेक्षा ज्यादा आसान है। इसलिए गरीबों को ताकत देने का हमारा मिशन बिहार अब पुरे जोर शोर से शुरू होने वाला है। हमारी हर हिन्दू और हर गरीब से ये विनती है की वो विरोधियों की बात पर ध्यान ना दें। ये सरकार आपको ताकत दे कर रहेगी।
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