खबरी -- क्या तुम बता सकते हो की नवाज शरीफ से क्या बात हुई ?
गुप्पी -- हमारे मुहल्ले में एक सरकारी प्रवक्ता रहता है। वैसे तो उसकी किराने की दुकान है परन्तु वो मुहल्ले में सरकार की तरफ से बयान देता रहता है। मैंने उससे पूछ लिया की भाई साब आज प्रधानमंत्री जी नवाज शरीफ से क्यों मिले।
प्रवक्ता -- देखिये वैसे तो ये खुद प्रधानमंत्री भी नही बता सकते की वो क्यों नवाज शरीफ से मिलते हैं और क्यों एकाएक बातचीत बंद कर देते है। फिर भी जहां तक मुझे मालूम है सरकार ये समझती है की दोनों पड़ौसी मुल्कों में आपस में बातचीत होनी चाहिए। आखिर द्विपक्षीय मसलों को हल करने का और क्या तरीका हो सकता है।
Q- लेकिन फिर आपने बातचीत बंद क्यों की थी ? मैंने पूछा।
प्रवक्ता -- देखिये सरकार का मानना है की सीमा पर गोली और बातचीत दोनों एकसाथ नही चल सकती। पाकिस्तान को बातचीत का माहौल बनाना होगा। तभी बातचीत सम्भव है।
Q- क्या अब गोलीबारी बंद हो गयी ? जब प्रधानमंत्री बातचीत कर रहे थे ठीक उसी समय BSF का एक जवान सीमा पर मारा गया। मैंने कहा।
प्रवक्ता -- अब सीमा पर गोलीबारी कैसे बंद हो उसके लिए भी तो बातचीत करनी पड़ेगी। अब दोनों कमाण्डरों की मीटिंग होगी जिसमे गोलीबारी बंद करने के तरीकों पर बातचीत होगी।
Q- लेकिन पिछली बार आपने ये कहकर बातचीत बंद की थी की पहले पाकिस्तान को 26 / 11 पर ठोस कार्यवाही करनी होगी। मैंने पूछा।
प्रवक्ता -- एकदम सही बात है। हाफिज सईद पाकिस्तान में खुला घूमता रहे और हम बातचीत करते रहें ये कब तक चलेगा। ये पिछली सरकार की तरह कमजोर सरकार नही है।
Q- तो अब तो हाफिज सईद को जेल में डाल दिया होगा ?
प्रवक्ता -- इस पर भी बातचीत हुई है। और ये फैसला लिया गया है की दोनों देश बातचीत करके ये तय करेंगे की किस तरह की कार्यवाही हो सकती है।
Q- लेकिन सरकार ने कहा था की जब तक लखवी को जेल नही भेजा जाता और पाकिस्तान कश्मीरी अलगाववादियों से बातचीत बंद नही करता उसके साथ कोई बातचीत नही हो सकती।
प्रवक्ता -- अब पाकिस्तान अगर कश्मीरी अलगाववादियों से बातचीत करेगा तो हमारा उससे बात करने का क्या मतलब रह जायेगा ? कश्मीरी अलगाववादियों से बातचीत करने का हक केवल हमारा है। उन्हें सारी सुविधाएँ और सुरक्षा हमने दी हैं और बातचीत पाकिस्तान करता है ये कोई बात हुई ?
Q- तो अब पाकिस्तान ने कह दिया होगा की अब वो उनसे बातचीत नही करेगा।
प्रवक्ता -- ये भी तय हुआ है की दोनों पक्ष किन किन मुद्दों पर बातचीत करेंगे। जहां तक हमारा सवाल है हमने कह दिया है की कश्मीर हमारा अभिन्न अंग है और उस पर कोई बातचीत नही हो सकती। अब ये तय हुआ है की कश्मीर पर क्या बात हो ये तय करने के लिए बातचीत होगी। हमारे प्रधानमंत्री ने आतंकवाद पर बड़ी सख्ती से बात की और कहा की आतंकवाद बंद किये बगैर कोई बातचीत नही हो सकती।
Q- लेकिन खबर तो यह है की बातचीत का न्योता भारत ने दिया था।
प्रवक्ता -- देखिये दोनों पड़ौसी देश हैं। हम अपने पड़ौसी बदल तो नही सकते। इसलिए दोनों देशों के लोग आपस में मिलते रहें तो संबन्ध सुधारने में मदद मिलती है।
Q- लेकिन ये तो पिछली सरकारें कर ही रही थी। तब तो आपकी पार्टी इस तरह चिल्ला रही थी जैसे बातचीत बंद करना ही सबसे बड़ी देशभक्ति हो।
देखिये वो कमजोर सरकारें थी। वो पाकिस्तान को ज्यादा रियायतें दे सकती थी इसलिए हम बातचीत का विरोध कर रहे थे। वो पाकिस्तान के नेताओं को यहां बिरयानी खिला रहे थे। अब एक मजबूत सरकार है और अब हम जायेंगे वहां बिरयानी खाने।
मेरे सिर में दर्द होने लगा था। इतनी देर की बातचीत में अगर आपको इस मामले पर सरकार की कोई नीति समझ में आई हो तो कृपया मुझे भी बताना।
मस्त व्यंग है ...
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