फ़ेसबुक के मालिक जुकेरबर्ग और राष्ट्रपति ओबामा के साथ जो मोदीजी की गले मिलने की तस्वीरें छपी हैं उन्हें देख कर मीडिया के एक हिस्से ने उसे गले पड़ना बताया है। आप भी देखिये ----
हमें तो केवल बशीर बद्र साहब का एक शेर याद आया और उसमे कुछ सुधर कर दिया।
" हाथ भी नही मिलाएगा कोई जो यूँ गले पड़ोगे तपाक से ,
पब्लिसिटी का जनून है पर कायदे से मिला करो।
हमें तो केवल बशीर बद्र साहब का एक शेर याद आया और उसमे कुछ सुधर कर दिया।
" हाथ भी नही मिलाएगा कोई जो यूँ गले पड़ोगे तपाक से ,
पब्लिसिटी का जनून है पर कायदे से मिला करो।
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